कर चले हम फिदा Class 10 Hindi Sparsh NCERT
कर चले हम फिदा जानो मैन साथियों अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों। सांस थामती गई नवज जमती गई फिर भी बढ़ते कदम को न रुकने दिया। कट गए सर हमारे तो कुछ गम नहीं सर हिमालय का हमने ना झुकने दिया।
मरते मरते रहा बागपन साथियों अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों। जिंदा रहने के मौसम बहुत है मगर जाने देने की रुत रोज आती नहीं। हुस्न और इश्क दोनों को रुसवा करें वह जवान जो खून में नहाती नहीं आज धरती बनी है दुल्हन साथियों । अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों
कर चले हम फिदा-पाठ का सारांश
कर चले हम फिदा हकीकत फिल्म का कैफ़ी आज़मी द्वारा रचित मशहूर गीत है इसमें सैनिकों के बलिदान की गौरव गाथा है इसका सारांश इस प्रकार है-सैनिक अपने अन्य साथियों से कहता है कि हम तो अपने देश की रक्षा करते हुए उस पर कुर्बान हो गए हैं।
अब इस देश की रक्षा का दायित्व तुम्हारा है हमने आखिरी सांस तक हिमालय का सर झुकाने नहीं दिया। देश के लिए बलिदान होने का अवसर रोज-रोज नहीं आता यह सौभाग्य की बात है कि
आज देश की धरती की रक्षा के लिए शत्रुओं का लहु बहना है। कुर्बानियों की जो राह हमने बनाई है वह आगे भी बनी रहे इसके लिए तुम स्वयं को तैयार रखना। आज आर पार की लड़ाई का समय है तुम बलिदान देने को तैयार रहना।
साथियों तुम अपने खून से धरती पर लकीर खींच कर कह दो की लकीर के पर कोई भी रावण नहीं आ पाएगा। यदि कोई हाथ तुम्हारे विरुद्ध उठे तो तुम उसे काट डालना किंतु भारत माता भूमि सीता का दामन मेला न होने देना। तुम ही देश रूपी सीता के लिए राम हो तुम ही लक्ष्मण हो। अब यह देश तुम्हारे हवाले है। इसकी रक्षा करना।
कर चले हम फिदा-प्रश्न और उतर –
प्रश्न 1- कर चले हम फिदा नामक गीत के आधार पर सैनिक जीवन की चुनौतियों का वर्णन कीजिए। सैनिकों का हौसला बढ़ाने के लिए आप क्या करोगे ।
उतर – कर चले हम फिदा नमक गीत के आधार पर सैनिक जीवन की अनेक चुनौतियों का वर्णन निम्नलिखित है -सैनिक का जीवन साधारण लोगों के जीवन के विपरीत होता है वह अपने लिए नहीं जीत औरों के जीवन पर जब देश कीआजादी पर ए बनती है तब मुकाबले के लिए अपना सीना तानकर खड़ा हो जाता है।
यह जानते हुए भी उसे मुकाबले में औरों की जिंदगी और आजादी भले ही बची रहे उनकी अपनी मौत की संभावना सबसे अधिक होती है। इस गीत में सर पर कफन बांधना भारतीय वीर सैनिक की बलिदान भावना की ओर संकेत करता है।
वे मर मिटने की संभावना से विदेशी आक्रमणकारियों का मुकाबलाकरते हैं वह हर मांस को गला देने वाले बर्फीले प्रदेश में या शरीर को झुलसा देने वाले रेगिस्तान में भी शत्रुओं के सामने सीना तानकरखड़े रहते हैं वहसैनिकों का हौसला बढ़ाने के लिए हम उनके साथ कदम से कदम मिलाकर चलना चाहेंगे। हम उनके परिवार के सदस्यों की हर आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए तत्पर रहेंगे।
प्रश्न 2 -सीमा पर भारतीय सैनिकों के द्वारा सहर्ष स्वीकारी जा रही कठिन परिस्थितियों का उल्लेख कीजिए और प्रतिपादित कीजिए कि कर चले हम फिदा गीत सैनिकों के हृदय की आवाज है।
उत्तर-देश की सीमा पर सैनिक अनेक प्रकार की कठिन परिस्थितियों का सामना करते रहते हैं। वे अपने लिए नहीं जीते औरों के जीवन पर या जब उनकी आजादी पर आ जाती है तब मुकाबले के लिए वह अपना सीना तानकर खड़ा हो जाते हैं।
वह जानते हुए भी कि उसे मुकाबले में औरों की जिंदगी और आजादी भले ही बची रहे उनकी अपनी मौत की संभावना सबसे अधिक होती है इस गीत में सर पर कफन बांधना भारतीय वीर सैनिकों की बलिदान भावना की ओर संकेत करता है।
वे मर मिटने की भावना से देश की सीमा पर हमेशा डटे रहते हैं। वे हर मास को गला देने वाली बर्फीली पर्वत में या शरीर को झूसला देने वालेरेगिस्तान में भी शत्रुओं के सामने तीन सीन स्थान के खड़े रहते हैंवास्तव में कर चले हम फिदा गीत सैनिक के हृदय की आवाज है।
इस गीत में कवि ने बड़े ही मार्मिक शब्दों में सैनिक के दिल की आवाज को प्रस्तुत किया है। हर एक सैनिक देश की रक्षा में अपनी जान को कुर्बान कर देता है पर वह देश की इज्जत पर आ जाने नहीं देता है
प्रश्न 3 – कर चले हम फिदा कविता में प्रतिपाद्य अपने शब्दों में स्पष्ट कीजिए।
उतर – भारतीय वीर सैनिकमें देश की सुरक्षा के लिए जोश भरना तथा देशवासियों के मन में देशभक्ति की भावना भरना इस जीत का उद्देश्य है देश के लिए बलिदान होने वाले सैनिक अपने साथियों को बताता है कि उसने तथा उसके काफिले के अनेक सैनिकों ने भीषण कष्ट और संकट सहन करके भी शत्रुओं के साथ मुकाबला किया ।
वे लड़ते-लड़ते शहीद हो गए मरते दम तक उन्होंने संघर्ष किया। वह अपने अन्य सैनिक साथियों को कहता है कि वह भी देश की धरती को दुल्हन बनाकरउसे पर फिदा हो जाए। वे इसकी सुरक्षा के लिए खून की नदी बहा दे।
देश के लिए करने का अवसर कभी-कभी आता है। अतः वे नए नए काफिले सजाकर शत्रु के साथ संघर्ष करें। उनके होते हुए कोई भी शत्रु देश की सीमाओं में प्रवेश न कर सके। वे शत्रु रूपी रावण के संघार के लिए राम लक्ष्मण की भांति संघर्ष करें।
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प्रश्न 4- कविता के आलोक में सैनिक के जीवन की चुनौतियों का उल्लेख करते हुए भाव स्पष्ट कीजिए राम भी तुम तुम ही लक्ष्मण साथियों।
उत्तर – कविता के आलोक में सैनिक युद्ध में अपने प्राणों का बलिदान करने वाला होता है युद्ध में चाहे कितनी भी संकट टाइम मौत सामने आ जाए फिर भी सैनिक पीछे नहीं हटा। सैनिक देश की मर्यादा और सीमाओं के विरुद्ध उठने वाले दुश्मन के हर बर का मुंह तोड़ जवाब देता है।
इन पंक्ति में कवि सैनिक के द्वाराह में संबोधित करते हुए कह रहा है कि है साथियों शत्रु देश का कोई भी सैनिक हमारी मातृभूमि में प्रवेश करके हमारे सीता रूपी मातृभूमि को अपमानित न कर सके। तुम ही राम हो तुम ही लक्ष्मण हो अब वह देश तुम्हारे हवाले है। इसकी रक्षा करना तुम्हारा कर्तव्य है।
प्रश्न 5- कर चले हम फिदा कविता के आधार पर प्रतिपादित कीजिए की बलिदानी वीर भारतीय युग को में क्या-क्या अपेक्षा करते हैं और क्यों?
उत्तर – कर चले हम फिदा नामक कविता के माध्यम से कभी देशवासियों से यह अपेक्षा करता है कि प्रत्येक व्यक्ति को देश की रक्षा उनकी मान मर्यादा के लिए की जान से जुट जाना चाहिए। उसे यह नहीं सोचना चाहिए कि देश की रक्षा का दायित्व सैनिक का और विकास का दायित्व सरकार का है।
सभी को मन धन के साथ देश को विकास के पथ पर आगे ले जाने का भर्षक प्रयास करें और देश की रक्षा के लिए प्राणों की बाजी लगाने से भी पीछे ना हटे। क्योंकि देश है तो हम हैं अपनी मातृभूमि की रक्षा करना प्रत्येक देशवासियों का कर्तव्य है और अपने कर्तव्य से प्राणों का बलिदानदेकर भी करनी चाहिए।
प्रश्न 6- कर चले हम फिदा कविता के माध्यम से कई क्या कहना चाहता है कविता की दो विशेषताओं भी लिखिए।
उत्तर – कर चले हम फिदा कविता के माध्यम से कभी यह कहना चाहता है कि बलिदान के मार्ग पर आगे बढ़ाने वाले वीर सैनिकों एवं युवकों को अपने काफिले के आगे बढ़ते हुए चलना चाहिए कई सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा है कि है साथियों कोई भी शत्रु देश का सैनिक हमारी मातृभूमि में प्रवेश करके हमारे सीता रूपी भारत माता को अपमानित न कर सके ।
कवि ने चीन के युद्ध में सीमाओं पर लड़ने वाले सैनिक देशवासियों को साथियों शब्द से संबोधित करते हुए कहा है कि वह स्वयं तो संसार छोड़कर जा रहे हैं। लेकिन भारत का सर झुकाना नहीं चाहिए। उनके बाद आने वाले सैनिक भी भारत की रक्षा में अपनी आहुति देकर मातृ भूमि को बचाए।
कवि का कहना है कि वीर सैनिक मातृभूमि पर हंसते-हंसते ने उछावर हो जाते हैं। संकट की घड़ी में अपने सुखों को छोड़कर देश के में समर्पित हो जाते हैं।कविता की दो विशेषता है देश भक्ति और बलिदान की भावना को जगानादेश की रक्षा के लिए भाभी सैनिक तैयार करने की भावना।
