Cloud computing क्लाउड कम्प्यूटिंग किसे कहते हैं ?
Cloud computing-साइंस और टेक्नोलॉजी की दुनिया में निरंतर प्रयास चल रहा है रोज रोज नए और बेहतर विकल्प हमारे सामने खुलते जा रहे हैं इन्हीं तकनीकों में से एक और तकनीकी सामने आ रही है जो हमारे कामों को और भी सरल और बेहतर तथा सुरक्षित बनाने के लिए सक्षम है।
क्लाउड कंप्यूटिंग है यह तकनीकी प्रणाली है जिससे हम कई तरह की सेवाएं प्राप्त कर सकते हैं जैसे- files को स्टोर,manage या फिर शेयर करना । लेकिन सवाल यह आता है कि आम जनमानस को यह कैसे काम में आ सकता है तथा इसे जानना सभी के लिए क्यों जरूरी है, तो चलिए आज इस Cloud computing की चर्चा हम इस (क्लाउड कंप्यूटिंग) के भाग में करते हैं।
Cloud computing क्लाउड कंप्यूटिंग क्या है? –
यह वह तकनीक है जिसके इस्तेमाल से हम कई तरह की सेवाएं ले सकते हैं। जैसे कंप्यूटिंग सर्विस को इंटरनेट के साथ जोड़कर उपभोक्ता के डिमांड को पूरा कर सकते हैं इसे आसान शब्दों में समझते हैं, जैसे हम पहले अपने डेटा, फोटो, वीडियो आदि को कंप्यूटर के हार्ड ड्राइव में रखते थे।
जिससे हमें कई हार्ड ड्राइव का इस्तेमाल करना पड़ता था, स्टोरेज खत्म होने पर। परंतु क्लाउड कंप्यूटिंग के जरिए यह काम अब बहुत ही सरल हो गया है अब हम अपने डाटा को हार्ड ड्राइव में ना स्टोर करके सीधे इंटरनेट पर भी स्टोर कर सकते हैं।
क्लाउड कंप्यूटिंग के जरिए इस में सबसे अच्छी बात यह है कि यहां पर स्टोर किया हुआ डाटा या प्रोग्राम को आप दुनिया के किसी भी कोने में रहकर इसका इस्तेमाल या एक्सेस ले सकते हैं। क्लाउड में आप अपना स्पेस (जगह) भी खरीद कर जितना भी चाहे डाटा स्टोर कर सकते हैं।
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Cloud computing Examples क्लाउड कंप्यूटिंग के उदाहरण-
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म-
हम सभी किसी न किसी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे फेसबुक यूट्यूब टि्वटर आदि से जुड़े रहते हैं यहां रोज हम लाखों वीडियो, लाखों डाटा शेयर करते हैं तथा डालते हैं इन सभी वीडियो डाटा का क्लाउड कंप्यूटिंग के द्वारा ही स्टोर किया जाता है।
Google drive,dropbox,Gmail-
इन सभी एप्लीकेशन की और असीमित डाटा को क्लाउड कंप्यूटिंग के द्वारा ही स्टोर रखते हैं तथा जब चाहे जहां चाहे हम इसका एक्सेस ले सकते हैं।
Education field (शिक्षा के क्षेत्र में)-
आधुनिक जीवन में ई लर्निंग e-learning के कारण शिक्षा क्षेत्र में बहुत बदलाव आ गया है अर्थात क्लाउड के जरिए बहुत सी एप्लीकेशन जैसे बैजू, वेदांत आदि तेजी से अपनी शिक्षा के क्षेत्र में अपनी सर्विस दे रहे हैं।
Business filed –
बिजनेस के क्षेत्र में भी क्लाउड कंप्यूटिंग कंप्यूटिंग अपनी सेवा प्रदान कर रहा है जैसे sales force ,Hotspots,resource आदि के क्षेत्रों में यह अपना विस्तार कर रहा है।
Administration field (प्रशासनिक क्षेत्र) –
प्रशासनिक क्षेत्रों में भी क्लाउड कंप्यूटिंग अपनी सर्विस दे रहा है जिससे समस्या को जल्दी सुलझा ने में काफी मददगार हो रही है जिससे आम जनजीवन लाभ उठा रहा है।
Cloud computing क्लाउड कंप्यूटिंग का इतिहास-
अगर इसके इतिहास की बात करें तो यह कंप्यूटर के अविष्कार के कई सालों के बाद इसका आविष्कार हुआ। 1960 में कुछ कंपनियों ने वेबसाइट के जरिए इसकी सेवा शुरू की तथा वर्तमान समय में अमेज़न, गूगल, माइक्रोसॉफ्ट क्लाउड कंप्यूटर की उत्तम सर्विस दे रहे हैं।
Types of Cloud computing सर्विस के आधार पर-
Infrastructure as a service (Iaas)-
यह एक भौतिक सर्वर है यह एक प्रकार के क्लाउड कंप्यूटिंग सेवा है जो मांग के आधार पर आवश्यक गणना, भंडारण और नेटवर्किंग, संसाधन की सेवा प्रदान करता है। इसके द्वारा व्यवसाय के लिए वर्चुलाइज्ड इंफ्रास्ट्रक्चर का प्रबंध किया जाता है।
2- Platform as a service(Paas) प्लेटफॉर्म एस ए सर्विस-
आपके सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन को चलाने में लगने वाले जरूरत जैसे -कैपेसिटी प्लैनिंग, सॉफ्टवेयर मेंटेनेंस, patching आदि की जरूरतों की पूर्ति करता है यह आप को सरल cloud आधारित ऐप से लेकर परिष्कृत cloud ,एप्लीकेशन तक वितरण करने में सक्षम होता है।
3- Software as a service(Saas)सॉफ्टवेयर एस ए सर्विस –
इसे आप इंटरनेट के माध्यम से एक्सेस कर सकते हैं। इसके द्वारा आप बिना सॉफ्टवेयर स्थापित करके भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं जैसे-Email,adobe,Image editing,Google documents आदि का।
Cloud computing डेप्लॉयमेंट के आधार पर इसे तीन भागों में बांटते हैं-
1 private clouds(प्राइवेट क्लाउड)- प्राइवेट क्लाउड यानी निजी क्लाउड कंप्यूटिंग पूरी तरह से नीचे संगठनों को समर्पित रहता है जैसे बड़ी-बड़ी कंपनियां इसका उपयोग करती है जैसे अमेजॉन फ्लिपकार्ट,टेलीकॉम, आदि।
2- public clouds(पब्लिक क्लाउड)- यह सार्वजनिक क्लाउड सभी उपभोक्ता के लिए है जिसे इंटरनेट के माध्यम से संगठनों में बांटा जाता है यह Saas सर्विस के अंदर आते हैं।
3-Hybrid clouds( हाइब्रिड क्लाउड)- इसके अंदर सार्वजनिक और निजी दोनों संगठनों के अंतर्गत इसकी सेवा दी जाती है।
Cloud computing क्लाउड कंप्यूटिंग की प्रमुख विशेषता-
1 विश्वसनीयता- इसकी सर्विस विश्वसनीय कंपनियों के द्वारा दी जा रही है। इसलिए इस पर भरोसा किया जा सकता है।
2 तीव्र गति-इसकी गति बहुत ही तीव्र है। यह कुछ ही समय में रिसोर्स प्रधान करती है। यह एक ब्राउजर पर आधरित सेवा है। जिसका उपयोग API के माध्यम से भी किया जा सकता है।
3 कम लागत सीमा -इसे बहुत ही कम लागत पर शुरू किया जा सकता है। इसका low downtime तथा server downtime बहुत ही कम होता है। सर्वर का रख रखाव भी सरल हैं।
4 जरूरत के अनुसार सुविधा -इसकी सबसे बड़ी खाशियत है की,यह उपभोगता को उपयोग के अनुसार,भुकतान की सुविधा देता है। जरूरत के हिसाब से इसे कम या ज्यादा भी किया जा सकता है।
5 पर्यावरण के लिए सुरक्षित -कम खर्चीला होने के साथ इसकी कार्बन उतसर्जन की क्षमता भी बहुत कम है। जो पर्यावरण के लिए भी सुरक्षित है।