Deep Learning डीप लर्निंग
स्वागत है आपका Deep learning के इस भाग में,जिसमे हम जानेगे की कैसे मशीनों जीवन को बेहतर बनाने की दिशा में एक कदम और बढ़ रहा है Deep learning के माध्यम से, यह कैसे काम करता है?और यह किन किन चीजों में हमें प्रभावित कर रहा है? यह सब Deep learning के इस भाग में जानेंगे।
जैसे की हमने अर्टिफिशयल लर्निंग (AI )तथा मशीन लर्निंग में देखा था की मशीन को निरंतर बेहतर से बेहतर बनाने का प्रयास को आर्टिफिशल तथा मशीन लर्निंग में देखा था।Deep learning भी मशीन लर्निंग तथा आर्टिफीसियल लर्निंग का वह भाग है जँहा मशीन में आर्टिफीसियल न्यूरल नेटवर्क का प्रयोग करते है। चलिए इसको विस्तार से समझते है।
What is Deep learning?
यह ऐसी learning है जो आर्टिफीसियल न्यूरल नेटवर्क पर आधारित होती है। जो आर्टिफीसियल और मशीन लर्निंग का भाग है। इसका मैन मकसद मशीन को इस रूप में तैयार करना है। जँहा यह खुद के अनुभव के आधार पर कार्य तथा निर्णय लेने में सझम हो। चुकी इसे मानव की तरह सोच रख कर काम करने के लायक बनाया जा रहा है इसके लिए इसमें अत्यधिक मात्रा में data की जरूरत पड़ती है।
सामान्य मशीन में हम देखते है की यह दिए गए सिमित डाटा के आधार पर काम करती है। जिसके लिए इसमें स्ट्रक्चर डाटा की जरूरत होती है। लेकिन Deep learning में इसके विपरीत इसमें स्ट्रक्चर डाटा के अलावे अनस्ट्रक्चर डाटा दोनों को संभालने की क्षमता विकसित की जाती है।
अर्थात अगर आसान शब्दों में Deep learning को परिभाषित करे तो यह मानव की तरह सोच विचार कर काम करने की काबलियत तथा अपने अनुभव के आधार पर अपनी छोटी छोटी गलती को सुधार कर बेहतर सर्विस ही Deep learning है।
Deep learning example
- अगर डीप लर्निंग के examples की बात करे तो यह इस प्रकार है
- वर्चुअल असिस्टेंस
- ड्राइवररहित कार में
- फेस रिकग्निशन एप्प
- मनी लॉन्डरनिंग
- गूगल ट्रांसलेटर आदि में
Deep learning का भविष्य –
Deep learning का भविष्य बहुत ही व्यापक रहने वाला है। जिससे रोजगार की संभावना बेहतर होगी। आर्टिफीसियल इंटेलीजेंसी हो या मशीन लर्निंग,इ एजुकेशन के क्षेत्र में डाटा साइंटिस्ट के क्षेत्र में करियर अग्रिम रहने वाला है। इसके अलावा गेमिंग के फिल्ड में भी इसका बहुत स्कोप है।
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Deep learning का इस्तमाल –
Google translator
यह एक ऐसा उपकरण है, या फिर यह एक ऐसा सॉफ्टवेयर है जिससे हम किसी भी भाषा को दूसरी भाषा में आसानी से बदलते हैं। हमें आय दिन इसकी आवश्यकता पड़ती रहती है। इस प्रणाली में डीप लर्निंग का प्रयोग किया गया है जो हमें हमारी आवश्यकताओं के हिसाब से output प्रदान करती हैं।
Google Assistance
गूगल असिस्टेंट यह भी डीप लर्निंग पर बेस्ट सर्विस है जो वर्चुअल असिस्टेंट का काम करता है जो दिए गए इनपुट पर अपनी समझदारी से हमें सर्विस देता है। इसके अलावा एप्पल का मोबाइल का वर्चुअल असिस्टेंट तथा शोफिया रोबोट डीप लर्निंग का उत्तम उदाहरण है।
Digital marketing
डिजिटल मार्केटिंग में भी डीप लर्निंग का इस्तेमाल होता है। अक्सर हम लोग देखते हैं या फिर जब हम ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं, तो देखते हैं कि हम जो भी हम सर्च करते हैं उस प्रोडक्ट का recometation हमारे सामने पॉपअप होने लगता है यह भी डीप लर्निंग का ही कमाल है।
Voice recognition –
वॉइस रेकॉग्नीशन में भी डीप लर्निंग के द्वारा आवाज को पहचानने की क्षमता विकसित होती है। इसके अलावा image recognition (इमेज रिकॉग्नाइज) इसमें भी डीप लर्निंग का बेहतर इस्तेमाल होता है। जिसके द्वारा चित्रों की सहायता से चेहरा को पहचानने के काम में आता है।
Driverless car
ड्राइवरलेस कार अर्थात चालकरहित कार ड्डीप लर्निंग का बेहतरीन उदाहरण है जो tesla,yandex,google कारों में देखने को मिलती है। जँहा यह खुद से निर्णय लेने में सझम होती है, सिंगल को समझने तथा स्टॉप साइन को समझने आदि के लिए तथा और भी अन्य चीजों में । medical फिल्ड में भी deep learning अहम भूमिका निभा रहा है।
Deep learning के limitation –
चुकी यह पूरी तरह आर्टिफीसियल न्यूरल नेटवर्क पर आधारित है। इसलिए यह बहुत मात्रा के डाटा पर निर्भर है। जितना डाटा इसमें स्टोर रहेगा। उतना ही output मिलेगा। जो इसके limitation को दर्शाती है।
आशा है दोस्तों आपको यह deep learning का भाग पसंद आया होगा। जिसमे deep learning क्या है ?कैसे काम करती है। तथा इसकी उपयोगिता क्या है। भविष्य में करियर के विकल्प तथा अन्य चीजों को जाना। अगर कोई सुझाव तथा प्रश्न हो तो मुझे अवगत कराए धन्यवाद।