यमक -कोई शब्द दो बार या दो से अधिक बार आए परंतु हर बार उसका कहने का मतलब यानी अर्थ अलग हो तो वह यमक अलंकार की श्रेणी में आएंगे। जैसे काली घटा का घमंड घटा
एक वर्ग की आवृत्ति के कारण उत्पन्न सौंदर्य को अनुप्रास अलंकार कहते हैं आवृत्ति शुरू में मध्य में या फिर अंत में कहीं भी हो सकती है जैसे -तरनि तनूजा तट तमाल तरुवर बहु छाए।
.उपमा- जहाँ किसी व्यक्ति या फिर पदार्थ के रूप और गुण से संबंधित विशेषता व्यक्त करने के लिए दूसरी वस्तु या पदार्थ से समानता दिखाई जाए तो वह उपमा अलंकार कहलाएगी।
जहां तुलना की जाती है लेकिन उसमें उपमेय और उपमान के अत्यंत समानता के कारण अभेद वर्णन होता है। वह रूपक अलंकार होता है
मानवीकरण- जब प्रकृति पर मानवीय गुण भावनाओं या फिर क्रियाओं को आरोपित किया जाए तब वह मानवीकरण अलंकार कहलाता है।