अव्यय वह शब्द है जिसके रूप में लिंग वचन और काल के प्रभाव के कारण कोई भी बदलाव नहीं होता है ।
भेद – १ क्रियाविशेषण २ संबंधबोधक ३ समुच्चयबोधक ४ विस्मयादिबोधक ५ निपात।
क्रियाविशेषण किसे कहते है?
अभी,अचानक,धीरे-धीरे,देर से, शब्द क्रिया के बारे में कुछ विशेष जानकारी दे रहे हैं। क्रिया के बारे में विशेष जानकारी देने वाले शब्द क्रियाविशेषण कहलाते हैं।
संबंधबोधक अव्यय किसे कहते है?
.सम्बन्धबोधक अव्यय संज्ञा या सर्वनाम के बाद प्रयुकत होकर वाक्य के संज्ञा/सर्वनाम पदों के साथ सम्बन्ध बताते है;
समुच्चयबोधक किसे कहते है?
जो अव्यय दो शब्द, दो पदबंधों, दो वाक्यों को आपस में जोड़ने का काम करते हैं, वह समुच्चयबोधक या योजक कहे जाते हैं;
विस्मयादिबोधक
.विस्मयादी भावों को बोध कराने वाले शब्द को विस्मयादिबोधक क्रियाविशेषण कहते हैं;जैसे हर्ष, घृणा, विस्मय, दुख, पीड़ा आदि।
निपात क्या है ?
जो अव्यय किसी शब्द या पद के बाद लाकर उसके अर्थ में विशेष बल दे उसे निपात कहते हैं; जैसे -