स्वागत है दोस्तों आज के इस Blended learning ko behtar bnane ke 15 tarike मे दोस्तों आधुनिक दौड़ मे सभी चीजे को करने का तरीका बदल चुका है विशेषकर पढ़ाई के तरीकों मे अब हर स्कूल से लेकर कॉलेज तक मे techonology का इसतमाल होने लगा है जिसके result बहुत ही सकारात्मक देखने को मिला है ,Blended learning की पद्धति से concepts clear समझ मे आते है,शायद हम सभी ने भी अपने बच्चों की पढ़ाई को समझने के तरीकोंपर गौर किया होगा। खेर चलिए इसे कुछ और बेहतर करने के तरीकों पर गौर करते है ।
Blended learning क्या है ?
Blended learning( ब्लैडेट लर्निंग) एक एसा अप्रोच है जिसमें ट्रेडिशनल क्लासरूम टीचिंग मे इलेक्ट्रिक लर्निंग क्रिएट करते हैं। तकनीकी को traditional classroom से जोड़ देते है,जिससे concepts अच्छे से समझ मे आए। Blended learning से कोई चीज क्यों होती है कैसे होती है,समझाने मे बहुत कारगर होती है ।
Blended learning का क्या उद्देश्य है ?
Blended learning का उद्देश्य स्टूडेंट को flexible और पर्सनलाइज्ड लर्निंग opportunity देता है। Blended learning का उदेश्य एक holistic learning experience देना है । चलिए इसे इंप्रूव करने के लिए यहां कुछ तरीकों को जानते है।
इसे भी पढे – याद कैसेकरे जाने याद करने एर पढ़ने के 20 तरीके (click करे )
Blended learning ko behtar bnane ke 15 tarike
- 1- Clear learning objectives-क्लियर लर्निंग ऑब्जेक्ट मे हर module या session के लिए clear learning objecetives को सेट करें ताकि स्टूडेंट को पता चले कि उन्हें क्या करना चाहिए ।
- 2- varied content formats- diverse कांटेक्ट फॉर्मेट का इस्तेमाल करने जैसे की वीडियो, पॉडकास्ट, आर्टिकल, इंटरएक्टिव स्टिमुलेशन,quizzes, और असाइनमेंट से स्टूडेंट को डिफरेंट लर्निंग स्टाइल से कांटेक्ट access करने का मौका दे ।
- 3- interactive online activities इंटरएक्टिव ऑनलाइन एक्टिविटी मे अनलाइन मॉडुलेस को interactive बनाने की कोशिश होनी चाहिए । छोटे छोटे discussions forums और collaborative projects होने चाहिय जिससे स्टूडेंट एक दूसरे से इंगेज हो सकते हैं और डीप ड्राइव कर सके
- 4- flexible schedule फ्लेक्सिबल शेड्यूल- ब्लैडेट लर्निंग का फायदा यह है कि स्टूडेंट को flexibility मिलती है अपने schedule के हिसाब से पढ़ने और समझने के लिए,इसलिए ऑनलाइन कांटेक्ट को एनी टाइम एक्सेस करने का ऑप्शन मिलना चाहिय
- 5- personalised learning paths- पर्सनलाइज्ड लर्निंग paths मे स्टूडेंट को लर्निंग प्रेफरेंस और प्रोग्रेस को समझा कर उन्हे पर्सनलाइज्ड लर्निंग paths प्रोवाइड करें । कुछ विद्यार्थी फास्ट पेस पर पढ़ सकते हैं जबकि कुछको थोड़ा एक्स्ट्रा सपोर्ट की जरूरत हो सकती है।
- 6- regular feedback रेगुलर फीडबैक- स्टूडेंट को रेगुलर फीडबैक देना, ऑनलाइन क्विज या असाइनमेंट के जरिए उनका progress को देखना । इसका सबसे बड़ा फायदा यह है इससे विद्यार्थी के strengths को भी इंप्रूव करने का पता चलता रहेगा।
- 7- integrated assignment इंटीग्रेटेड असाइनमेंट- traditional असाइनमेंट के बजाय ऑनलाइन असाइनमेंट को कराए जिससे स्टूडेंटऑनलाइन कॉन्फिडेंट होंगे.
- 8- teacher Availability टीचर एबिलिटी- ऑनलाइन कम्युनिकेशन चैनल, ईमेल डिस्कशन, boards के जरिए स्टूडेंट के सवालों का जवाब देना वर्चुअल ऑफिस आवर सेट करना जहां स्टूडेंट आपसे बातचीत कर सके ।
- 9- Tech support टेक सपोर्ट -स्टूडेंट को टेक्निकल सपोर्ट प्रोवाइड करने से इनकी परफॉर्मेंस में बेहतर रिजल्ट देखने को मिलता है की ऑनलाइन इनमें उन्हें कोई भी मुश्किल ना हो।
- 10- clear instructions क्लियर इंस्ट्रक्शन- ऑनलाइन मॉडल के लिए क्लियर इंस्ट्रक्शन प्रोवाइड करें ताकि स्टूडेंट को पता चले कि वह कैसे एक्सेस करेंगे और क्या करना चाहिए ।
- 11- रेगुलर अपडेट्स- कोर्स कंटेंट को रेगुलर अपडेट करते रहे ताकि वह भी updated रहे ।
- 12- collaboration opportunity कोलैबोरेशन opportunity – ऑनलाइन प्लेटफॉर्म फॉर कोलैबोरेशन और ग्रुप प्रोजेक्ट का मौका दें इससे स्टूडेंट्स कम्युनिकेशन स्किल डेवलप कर सके।
- 13- Data analysis डाटा एनालिसिस- ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म से डाटा को कालेक्ट करें और analyze करें जिससे आप स्टूडेंट से इंगेजमेंट ले सकते हैं
- 14- professional development प्रोफेशनल डेवलपमेंट- आप अपने आप तथा colleagues को भी अपडेट करते रहे इससे आपकी टीचिंग योगिता मे बढ़ोतरी होगी । .
- 15- feedback from a students फीडबैक फ्रॉम स्टूडेंट्स- स्टूडेंट से रेगुलर फीडबैक लेकर अपने blended learning (ब्लेंडिंग लर्निंग )मॉड्यूल को इंप्रूव करें उसकी सजेशन को माने कंसीडर करें। ब्लैडेट लर्निंग को इंप्रूव करने में patience और एक्सपेरिमेंट की जरूरत होती है अपने स्टूडेंट की जरूरत को रिस्पांस करें जिससे स्टूडेंट और टीचर मे तालमेल बना रहे ।