Education technology- Technology (टेक्नोलॉजी ) एक ऐसा शब्द है जो हम सभी के जीवन से जुड़ता जा रहा है। यह हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनते जा रहा है जो हमारे रोजमर्रा की दिनचर्या जैसे टिकट बुकिंग, खाना ऑर्डर, गैस बुकिंग, टीवी देखना, दवाई मंगवाना इत्यादि के साथ जुड़कर जीवन को सरल करने के प्रयास में अग्रसर है। इन्हीं प्रयासों ने एक कदम और आगे बढ़कर शिक्षा के क्षेत्र को भी सुगम बनाने की कोशिश का ही नाम एजुकेशन टेक्नोलॉजी (Education technology) के रूप में सामने आया है।
इस करोना काल में शिक्षा प्रौद्योगिकी (Education technology ) ने तेजी से शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव किया है। जिससे आम जनजीवन भी अछूता नहीं रहा है। आज इसी शिक्षा प्रौधिगिकी (Education technology) की बात हम इस भाग में हम करने वाले हैं तथा इससे संबंधित सभी पहलुओं तथा इसके संसाधनों का विस्तार पूर्वक समझने की कोशिश करेंगे।
What is Education technology -एजुकेशन टेक्नोलॉजी क्या है ?
शिक्षा प्रौद्योगिकी ( Education technology) यह दो शब्दों से मिलकर बना है शिक्षा तथा प्रौद्योगिकी। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि शिक्षा जिसे हम ज्ञान,नॉलेज, पढ़ाई अर्थात विद्या प्राप्त करना या फिर सीखना को कहते हैं।
शिक्षा शब्द की उत्पत्ति शिक्ष धातु से हुआ है जो हमारे व्यवहार मन मस्तिक का समुचित विकास करती है। वहीं अगर शिक्षा प्रौद्योगिकी या टेक्नोलॉजी,तकनीकी की बात करें तो अपने व्यवहारिक जीवन में वैज्ञानिक ज्ञान विद्या का प्रयोग करना प्रौद्योगिकी (Technology) कहलाता है।
इस दोनों शब्द को हम अगर एक शब्द में समाहित करके परिभाषा निकाले तो शिक्षा प्रौद्योगिकी का ज्ञान वह ज्ञान है जिसमें हम तकनीकों का प्रयोग कर शिक्षा प्राप्त करते हैं शिक्षा प्रौद्योगिकी शिक्षा को सुगम तथा पारदर्शी बनाता हैं वह शिक्षा प्रौद्योगिकी (Education technology )कहलाता है।
जिससे विभिन्न नामों से जाना जाता है जैसे शैक्षणिक शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, डिजिटल शिक्षा, एजुकेशन टेक्नोलॉजी आदि। अक्सर हम लोग तकनीकी या प्रौद्योगिकी शब्द को मशीन या फिर मशीनरी से जोड़ देते हैं। परंतु यह आवश्यक नहीं है। प्रौद्योगिकी शब्द का मतलब प्रयोगात्मक कार्य से है।
अर्थात शिक्षा प्रौद्योगिकी वह वैज्ञानिक ज्ञान है जो हम सीखने तथा सिखाने में इस्तमाल करते हैं। इसके इस्तेमाल से हम शिक्षा,शिक्षण तथा परीक्षण की प्रक्रिया को प्रभाव पूर्ण सुगमता, दक्षता आदि के साथ विकसित कर सकते हैं।
शिक्षा प्रौद्योगिकी की विशेषता -Education technology
यह सीखने की प्रक्रिया को अनेक तरीकों से विकास करती है। यह पूर्ण रूप से विज्ञान पर आधारित है। नए नए tools के द्वारा यह निरंतर विकासशील है। इसमें व्यवहारिक पद्धतियों का महत्व होता है। शिक्षा तकनीकी विज्ञान और तकनीकी के प्रभाव का अध्ययन है। शिक्षा प्रौद्योगिकी के द्वारा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने तथा सभी बाधाओं को दूर करने में कारगर हो सकती है। छात्रों की कल्पना को बेहतर ढंग से समझने तथा समझाने का विकल्प है।
हाल की रिपोर्ट के अनुसार (गूगल तथा केपीएमजी) के अनुसार यह अनुमान है कि भारत में 2021 में डिजिटल शिक्षा 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर से भी अधिक रहने वाली है। क्योंकि भारत विश्व का दूसरा सबसे बड़ा इंटरनेट उपभोक्ता है। इसलिए आने वाले समय में शिक्षा प्रौद्योगिकी का भारत में भविष्य सुनहरा होने वाला है।
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शिक्षा प्रौद्योगिकी को तीन प्रमुख खंडों में बांटा गया है –
K-12 Digital education(तकनीकी शिक्षा)- इसमें किंडर गार्डन से लेकर बारहवीं कक्षा तक के छात्रों को रखा गया है। इसमें इनकी सोच के अनुकूल शिक्षण पाठ्यक्रम को पारंपरिक तथा डिजिटल तकनीकी का संतुलित मिश्रण कर पाठ्यक्रम को गुणवंतापूर्ण तथा सुलभ बनाया जाता है।
Higher education – उच्च शिक्षा में डिजिटल युग तेजी से बढ़ रहा है इसका उद्देश्य पाठ्यक्रमों को इस तरह सुशोभित करना है कि रोजगार क्षमता में सुधार हो सके।
Professional education –प्रोफेशनल एजुकेशन में तकनीकीयों के द्वारा व्यवसायिक शिक्षा उच्च स्तर का होगा इसकी सहायता से नामांकन, सीखना, मूल्यांकन, तथा प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए उपयोगी सिद्ध होगा।
शिक्षा प्रौद्योगिकी के संसाधन- Education technology
Virtual reality – आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के द्वारा हम आभासी प्रतिबिंब के द्वारा छात्रों का ध्यान आकर्षित करने की क्षमता पारम्परिक शिक्षा से ज्यादा महसूस की गई है। जिससे समझना तथा स्पष्टीकरण प्रक्रिया सरल और रोचक हो जाती है। इसके द्वारा ऑनलाइन कक्षा का आकलन तथा होमवर्क ट्रैकिंग भी सुगम होते हैं ।
Virtual classrooms -वर्चुअल क्लासरूम के द्वारा छात्रों को दुनिया के किसी भी हिस्से में सीखने तथा अपनी पसंद के शैक्षणिक संस्थाओं को चुनने के लिए स्वतंत्रता देता है। इसके द्वारा हम वास्तविक कक्षा जैसे सीखने की अनुभूति देखते हैं साथ ही साथ अपने घरों से ही अकादमिक संचालन का अधिकार भी प्राप्त करते है।
Personalised and adaptive learning -पर्सनलाइज्ड शिक्षा प्रौद्योगिकी का सबसे अच्छा गुण है यह व्यक्तिगत शिक्षा पर बल देता है तथा सभी छात्रों को अपनी क्षमता तथा अपनी गति के अनुसार सीखने का माहौल देता है जिसमें प्रत्येक विद्यार्थी की कमियों को दूर करने में सहायक सिद्ध होता है।
Robotics (रोबोटिक्स)– रोबोटिक्स के विकास से सोचने, निर्णय लेने तथा रचनात्मक क्षमता के विकास के साथ-साथ विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित की अवधारणा को ठीक से समझने में मदद करता है।
Cloud based edu technology platforms -क्लाउड बेस्ड एजुकेशन प्लेटफार्म एक प्रबंधन तकनीकी है जिसकी सहायता से अकादमिक सामग्री, स्कूल प्रबंधन, तकनीकी द्वारा प्रबंधित किया जाता है इसलिए यह काफी लोकप्रिय हो रहा है।
Digital masterclasses (डिजिटल मास्टर क्लासेस)- चुकी इंटरनेट और विभिन्न डिजिटल उपकरणों के जोखिम के कारण डिजिटल मास्टर क्लास काफी फायदेमंद साबित हो रहा है इसके द्वारा विभिन्न क्षेत्रों के शीर्ष व्यक्ति विशेषज्ञों द्वारा पढ़ाए जाने का अवसर मिलता है।
Blended Learning (ब्लेंडर लर्निंग)– छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए निर्बाध शिक्षण और सीखने को सुनिश्चित करने के लिए मिश्रित शिक्षण दृष्टिकोण का सर्वोत्तम विकल्प है ।
Block-based coding system (ब्लॉक बेस्ट कोडिंग सिस्टम) -ब्लॉक आधारित कोडिंग सिस्टम एक प्रोग्रामिंग भाषा है जो छात्रों के लिए समझने को आसान बनाता है यह छात्रों को एनिमेशन करने के अलावा विज्ञान, परियोजना, इंटरएक्टिव,आर्टवर्क तथा बहुत कुछ बनाने के लिए सक्षम बनाता है। इसका प्रयोग रचनात्मक कार्य को बढ़ाने के लिए किया जाता है। आने वाले समय में ऑनलाइन शिक्षा सामान्य हो जाएगी जिससे कहीं भी कभी भी सीखने की आजादी देगी।
आशा है दोस्तों शिक्षा प्रौद्योगिकी (Education technology) का यह भाग आपको पसंद आया होगा आपके सुझाओं का तथा आपके सवालों का इंतजार रहेगा धन्यवाद।