Kriya-kriya kise kahte hai ?kriya ke bhed !

Kriya-kriya kise kahte hai ?kriya ke bhed !

जिससे किसी कार्य के करने का ज्ञान हो या फिर किसी घटना के घटित होने का संकेत मिले उसे क्रिया कहेंगे। 

Kriya क्रिया के भेद

                         मूल क्रिया जैसे भाषा में कुछ शब्द रूढ़ हो गए थे ठीक उसी तरह क्रिया में भी कुछ शब्द रूठ हो जाते हैं यह प्रचलित रूढ़ शब्द मूल क्रिया या फिर सरल  क्रिया कहलाते हैं जैसे- खाना-पीना पढ़ना लिखना आना-जाना आदि। मूल क्रिया दो तरह के होते हैं अकर्मक क्रिया और सकर्मक क्रिया। अकर्मक क्रिया वाक्य में जो क्रिया कर्म की अपेक्षा नहीं रखती अकर्मक क्रिया कहलाती है।  तथा सकर्मक क्रिया जो क्रिया कर्म की अपेक्षा रखती है उसे सकर्मक क्रिया कहते है।

         व्युत्पन्न क्रिया  जो क्रियाएँ मूल क्रियाओं से उत्पन्न होती है वह व्युत्पन्न क्रिया कहलाती है।  यह दो प्रकार की होती है।

प्रेरणार्थक क्रिया -प्रेरणार्थक क्रिया और सकर्मक क्रिया दोनों अलग-अलग होते हैं दोनों को मिलाना नहीं चाहिए। जैसे स्नेहा  पतंग उड़ा रही है। स्नेहा तितली उड़ा रही है।

व्युत्पन्न अकर्मक क्रिया- प्रेरणार्थक क्रियाओं की तरह यह भी मूल सकर्मक क्रियाओं से व्युत्पन्न  होती है। जैसे -खोलने से खुलना, उठाना से उठना, उड़ाना से उड़ना।

व्युत्पन्न क्रिया

नामधातु क्रिया & मिश्र  क्रिया

संज्ञा सर्वनाम विशेषण आदि से जो धातुएँ बनती है वह नामधातु कही जाती है संज्ञा से खर्च - खर्चना रंग -रँगना।  – विशेषण से - गर्म - गर्माना, दोहरा -दुहराना।  – सर्वनाम से -अपना-अपनाना।  – अनुकरणवाची -हिनहिन -हिनहिनाना

मिश्र  क्रिया - इस क्रिया की यह विशेष्ता है की इसमें पहला भाग संज्ञा, विशेषण, क्रिया विशेषण का रहता है और दूसरा भाग क्रिया का रहता है। इस क्रिया को क्रियाकर कहते हैं;जैसे-याद+आना=याद आना(याद संज्ञा है),प्यारा +लगना =प्यारा लगना (प्यारा विशेषण है ),भीतर +करना =भीतर करना (भीतर क्रियाविशेषण है )

समस्त क्रिया- यह क्रिया दो धातुओं के योग से बनती है,इसमें दोनों क्रियाओं का अर्थ बना रहता है; जैसे -अब सुरेश उठ बैठ सकता है। डॉक्टर ने चलने फिरने की आज्ञा नहीं दी है। मैं घूम फिर के आया हूँ।

संयुक्त क्रिया- यह भी समस्त क्रिया की भांति दो धातुओं से तो बनती है पर इसमें यह अंतर है की मुख्य अर्थ पहले वाली क्रिया में रहता है। मतलब पहले वाली क्रिया प्रधान होती है; जैसे- कर लेना, चल देना, आ जाना

समस्त क्रिया &संयुक्त क्रिया