What is Open book exam? CBSE Open book exam का उदेशय – स्वागत है साथियों आज के इस नए topic Open book exam के भाग मे,साथियों विगत कुछ वर्षों मे हमने बोर्ड की परीक्षाओ मे बहुत ही परिवर्तन देखने को मिला है जैसे कि करोना के समय के पहले साल में परीक्षाओं का रद्द होना। तथा दूसरे साल की परीक्षाओं को दो भागों में विभाजित कर उसका संचालन करना।
इसी बदलाओ के सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए सीबीएसई बोर्ड ने एक नई पहल लागू करने की सोची है। जिसका नाम Open book exam रखा है । जिसमे परीक्षा पद्धति पूरी तरह बदली हुई होगी। जिसमें नवमी से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थी चीजों के लिए ओपन बुक एग्जाम की शुरुआत होगी।
What is Open book exam?
Open book exam क्या है ? जैसा की साथियों Open book exam नाम से ही समझ मे आ रहा है खुली किताब से परीक्षा अर्थात कहने का अर्थ है कि, वैसी परीक्षा जिसमें विद्यार्थी किताब खोलकर अपने उत्तर लिख पाएंगे। न ही केवल किताब, खुद के द्वारा बनाई गई नोट्स से भी आप मदद ले कर अपना उतर लिख सकते है।
केंद्रीय माध्यमिक बोर्ड ने इस प्रकार की परीक्षा का अनाउंसमेंट कर दिया है। फिलहाल इस प्रकार की परीक्षा को टेस्ट के रूप में अपनाया जाएगा उचित परिणाम दिखते ही इसको मेंन स्ट्रीम की तरह लागू किया जाएगा।
Open book exam मे किस प्रकार की परीक्षा होगी ?
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अनाउंसमेंट के बाद परीक्षार्थी विद्यार्थी तथा शिक्षकों में भी काफी और असमंजस है कि यह परीक्षा कैसी होगी ?किस प्रकार की होगी ? तथा यह पारंपरिक परीक्षा से कैसे अलग होगी ? इसमें किस प्रकार के प्रश्न होगे ?
चलिए थोड़ा विस्तार से समझते हैं। Open book exam (ओपन बुक एग्जाम) के बारे में विस्तृत चर्चा करते हैं। जैसे की नाम से समझ मे आ रहा कितबे खोलकर परीक्षा लिखनी है तो सभी के मन मे यह विचार जरूर आया होगा की इससे तो परीक्षा बहुत ईजी हो जाएगी। किसी को फिर पढ़ने की जरूरत ही नहीं रहेगी !
लेकिन एसा बिल्कुल नहीं होने वाला। किताबे हाँथ मे जरूर दी जाएगी लेकिन प्रश्न पत्रिका के पारुप को ही बदल दिया जाएगा । जहा हम पहले प्रश्न पत्रिका मे देखा करते है की प्रशन सीधे तौर पे हुआ करते थे जैसे उपयुक्त विषय पर प्रकाश डालिए ? यह क्या होता है ? यह कैसे होता है ? यह कितने प्रकार के होते है ? वैगरा वैगरा
वही Open book exam पद्धति मे प्रश्न बहुत ही ट्रिकी होंगे। जो विश्लेषण शक्ति पर आधारित होंगे। गहन अध्ययन करने के बाद जो प्रश्न बनेगे वही प्रश्न पत्रिका मे होंगे। जिसके लिय विद्यार्थी के लिए गहन अध्ययन करना होगा । विषय की समझ होना बहुत जरूरी होगा। जिससे वह ट्रिकी प्रश्नों के उतर दे पाए ।
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Open book exam का उदेशय क्या है ?
यह बहुत ही आवश्यक सवाल है की आखिर Open book exam का उदेशय क्या है ? इस तरह की परीक्षा लेने से क्या हासिल होगा ? तो बोर्ड की माने तो वह विद्यार्थीयो की विश्लेषण क्षमता,तार्किक क्षमता को बढ़ाना चाहती है। किसी प्रशन को तरह तरह से समझने तथा उसका उतर ढूँढूने की क्षमता को विकसित करने की शक्ति को, खोजने की काबलियत को बढ़ाना चाहती है।
बोर्ड यह नहीं चाहती विद्यार्थी हु ब हु किताबों की भाषा या हु ब हु नोट्स को भाषा को उतर पुस्तिका मे छापे अगर कोई विद्यार्थी एसा करता है तो उसके अंकों पर असर करेगा। Open book exam का उदेश्य है की छात्र अपनी समझ से अपनी भाषा मे उतर लिखे जिससे उनकी समझ का आकलन किया जाए ।
अगर कोई छात्र नोटस या फिर किताबें द्वारा दी गई परिभाषा या जानकारी को जस के तस छापेगा तो उसके नंबर भी कट सकते हैं। इसलिए यह इतना आसान भी नहीं होगा। इसमे विद्यार्थियों को अपनी कुशल क्षमता का परिचय देना होगा। जिसमें उनकी खुद की समझ खुद का विश्लेषण अपने शब्दों में उत्तर लिखने की कला का विकाश हो।
Open book exam मे विश्लेषणात्मक प्रश्नों की प्राथमिकता होगी। जो व्यवहारिक जीवन के साथ जुड़ा होगा । इससे बच्चों की सोचने की क्षमता,विश्लेषण की क्षमता का भी अद्भुत विकास होगा। इस परीक्षाओं के द्वारा सिर्फ विद्यार्थियों के कौशल में ही विकास नहीं होगा साथ ही साथ शिक्षकों में, शिक्षा मे भी कई आयाम में परिवर्तन होगा।
Open book exam से लाभ-
- इस प्रकार की परीक्षाओं की बहुत सारी विशेषताएं हैं।
- रटी रटाई भाषा से निकाल के छात्रों को हर विषय में गहरी समझ विकसित होगी ।
- जो बच्चों को भिन्न-भिन्य प्रकार से समझ बढ़ाने में सहायक होगी।
- बच्चों में समझ क्षमता को बढ़ाया जा सकता है ।
- परीक्षा के डर को भी कम किया जा सकता है ।
- इसमें छात्रों का रचनात्मक कार्यों का विकास होगा ।
- बदलते हुए शिक्षा पद्धति तथा बढ़ती प्रतियोगिताओं के लिए छात्रों को भविष्य की चुनोतीयों का सामना करने मे सक्षम बनेगे ।
- परीक्षाओं तथा प्रतिष्ठ स्पर्धा के लिए उचित तैयारी होगी।
- इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है की अवधारणाओं को वास्तविक रूप में समझने में विद्यार्थी सक्षम बनेंगे।
- ओपन बुक परीक्षा के माध्यम से छात्रों में उच्चतम से चिंतन कौशल का विकास होगा।
- सोचने विचारने तथा निर्णय तक पहुंचाने की क्षमता में बढ़ोतरी होगी।
- जिससे आत्मविश्वास के साथ कौशल में भी बढ़ोतरी होगी।
- बच्चे केवल अंकों तक सीमित न होकर विषय को गहराई से समझना की तकनीक में अद्भुत विकास होगा।
- इससे परीक्षाओं में के कारण बढ़ते तनाव को भी काम किया जा सकता है ।
- ज्यादा अंक लाने की मची होड़ को भी कुछ हद तक लगाम लगाया जा सकता है।
Open book exam से हानी –
इस तरह की परीक्षाओं के कुछ डिमैरिट्स भी है जैसे इसमें उत्तर पुस्तिका को जाचने में बहुत समय लगेगा । क्योंकि सभी विद्यार्थी का उत्तर अलग-अलग होंगे उनकी समझ के अनुसार उनकी प्रस्तुति भी अलग-अलग होगी जिसके कारण सभी कॉपिया को विस्तार से समय देकर मूल्यांकन करना होगा। अगर कोई विद्यार्थी किसी विषय को अच्छी तरह नहीं समझ पाएगा तो उसका उत्तर भी संपूर्ण रूप से उत्तर पुस्तिका पर नहीं उतरेगी जिसका परिणाम बहुत प्रभावित होगा।
इस परीक्षा में जो सबसे बड़ा चैलेंज है वह शिक्षक की होगी। शिक्षक को एक विषय की को गहराई में समझना होगा तथा वास्तविक जीवन के साथ समझ बिठा के अभ्यास करवाना होगा, नहीं तो बच्चे को उत्तर लिखने में असुविधा महसूस होगी। इसलिए केवल यह विद्यार्थियों के लिए नहीं बल्कि शिक्षकों के लिए भी बहुत बड़ी चुनौती है,कि आप अपनी तार्किक क्षमता से कैसे एक विषय को भिन्न-भिन्न तरीकों से समझा सकते हैं जिससे विद्यार्थी की प्रस्तुति सही-सही हो।