परिचय (INTRODUCTION)
स्वागत है दोस्तों आज के इस Algorithms के भाग में, जैसा कि हम जानते हैं कंप्यूटर पर हम हमारे विशेष तरह की समस्या को हल करते हैं, जिससे हमारी ऊर्जा,समय आदि की बचत होती है,लेकिन सवाल यह उठता है कि आखिर कंप्यूटर को कैसे समझ आता है कि उस विशेष समस्या का हल क्या है? तथा उसे कैसे हल करना है? तो दोस्तों कम्प्यूटर समस्या का निवारण Algorithms के द्वारा करता है। Algorithms ही उसे बताता है की कैसे किस तरह से समस्या को सुलझाए। यह एक सेट ऑफ instruction (निर्देश) है, जिसके निर्देशों से समस्या को हल किया जाता है।
Programing करते समय प्रोग्रामर एक सेट ऑफ instruction tools जैसे Algorithms,pseudo codes जैसे या फिर फ्लोचार्ट(विभिन्न आकृति,और प्रतीकों का इस्तमाल) का इस्तमाल (Blueprints of the solution) करता है। programmer एक algorithms लेते है,जिसे एक विशेष programing भाषा में कोड किया जाता है। जिसे कम्प्यूटर द्वारा एक्साइट किया जाता है। और समस्या के हल तक पहुँचा जाता है।
इन्हे भी जाने –Kubernetes क्या है ? Top 5 Kubernetes Tech career!
Algorithms क्या है? IN HINDI
एल्गोरिथम शब्द 9 शताब्दी के फारसी गणितज्ञ मोहम्मद इबनमुसा अल-ख़्वारिज़्मी के नाम से लिया गया है। अल-ख़्वारिज़्मी ने हिन्दू अरबी भाषा का ग्रंथ लिखा जिसका 12 वीं शताब्दी में लैटिन में अनुवाद किया गया।
एल्गोरिथम एक समाधान पर पहुंचने का चरण दर चरण विवरण है। अगर सामान्य भाषा में कहें तो यह किसी विशेष समस्या को हल करने के लिए प्रोग्राम को लिखने का एक ब्लू प्रिंट प्रदान करती है।
यह एक सटीक चरणों की सूची है और चरणों का क्रम algorithms के कामकाज को निर्धारित करता है समान्य शब्दों में कहे तो इसका इस्तेमाल प्रोग्रामिंग में होता है, algorithms एक भाग को हल करने के लिए प्रोग्राम लिखने के लिए एक खाका मुहैया करवाता है जिसमें एक सीमित संख्या में किसी समस्या को हल करने के लिए एक प्रभावी प्रक्रिया का इस्तमाल किया जाता है।
blended learning क्या है amazing result !
एल्गोरिथमि का मुख्य इस्तेमाल सॉफ्टवेयर reuse में होता है। जब हम एक समाधान पर पहुंच जाते हैं तो हम इसे आसानी से दूसरी भाषा में बदल सकते हैं। जैसे c,c++java इत्यादि में करते है।
Characteristics of Algorithms-
- Precision- अच्छे अलगोरिदमा की निशानी होती है कि सभी निर्देशों को सटीक उत्कृष्ट तरीके से लिखा होना चाहिए।
- Uniqueness- प्रत्येक चरण का आउटपुट स्पष्ट होना चाहिए तथा यूनिक और एक स्टेप के इनपुट से आउटपुट में भिन्नता होनी चाहिए।
- Finitencss- निर्देश को नियमित रूप से दोहराया नहीं जाना चाहिए।
- Effectiveness- अनेक समस्याओं को हल करने के लिए एल्गोरिथमि का अलग अलग तरीके से डिजाइन किया जाना चाहिए,जो एक प्रभावशाली एल्गोरिथम साबित हो सके।
- Input- एल्गोरिथम को इनपुट का प्राप्त होना अति आवश्यक है।
- Output- किसी एल्गोरिथमिक के टर्मिनेटेड होने के बाद रिजल्ट का मिलना अनिवार्य होना चाहिए।
- Generality -अच्छे एल्गोरिथ्म का हमेशा एक बेहतर गुण होता है कि वह विभिन्न सेटो पर लागू किया जा सके।
Building Blocks of Algorithms-
एक Algorithms कुछ input के साथ आरंभ होता है ,जो instructions/statements के आधार पर अंतिम output देता है ‘processing के समय input device कंप्युटर मे उपलब्ध memory मे data को रीड कर प्रोसेसिंग मे मदद करता है ।
memory मे data को variables या constants के रूप मे संग्रहीत किया जाता है। Algorithms के प्रवाह को ऊपर नीचे या नीचे ऊपर के रूप मे निर्दिष्ट किया जा सकता है।
Automation meaning : 5 minute full knowledge career & jobs
Algorithms Problem solving steps –
जैसा की हम सभी जानते है की,एल्गोरिथ्म समस्या को सुलझाने का निर्देश मात्र है । यह समस्या को खुद हल नहीं करता यह केवल समाधान तक पहुचने का जरिया देता है। किसी भी समस्या का समाधान तब तक नहीं निकाल जा सकता जब तक एल्गोरिथ्म को अच्छी तरह से implement नहीं किया जाए।
Effective algorithms की पहचान –
- समस्या को अच्छे से समझना
- सटीक समाधान
- उपयुक्त डेटा संरचना का चयन
- एल्गोरिथ्म डिजाईन तकनीक एक algorithms के निर्दिष्ट करने के तरीके कम्प्युटशनल डिवाइस की क्षमताओ का निर्धारण
- एल्गोरिथ्म का विश्लेषण करना।
- एक एल्गोरिथ्म का सही साबित करना।
एल्गोरिथ्म की सरल रणनीति -जैसा की हम सभी जानते है की यह समस्या को हल करने की चरण दर चरण प्रकिया है।एक अच्छे एल्गोरिथ्म की निशानी है सिमित सख्या, स्पष्ट,और क्रमबद्ध तरीका।
किसी विशेष कार्यो को पूरा करने के लिए विभिन्न एल्गोरिथ्म लिखे जाते है। cpu,मेमोरी स्पेस में आवश्यकताओ में विभिन्न एल्गोरिथ्म मिले होते है। प्रोग्रामर दिए गए कार्यो को हल करने के लिए सबसे उपयुक्त एल्गोरिथ्म का चयन करता है,चलिए कुछ एल्गोरिथ्म देखते है –
दो संख्या को जोड़ने के लिए एल्गोरिथ्म –
step 1 | start |
step 2 | Input first number as A |
STEP 3 | input second number as B |
STEP 4 | Set sum=A+B |
STEP 5 | Print sum |
STEP 6 | END |
दो संख्या की गुणवत्ता की परीक्षण –
Step 1 | start |
step 2 | Input first number as A |
step 3 | Input Second number as B |
step 4 | IF A=B Print “Equal” Else |
step 5 | End |
आशा है दोस्तों आज के इस भाग में एल्गोरिथ्म की आपको बेसिक जानकारी मिली होगी,अगर इससे संबंधित कोई भी प्रश्न हो तो मुझे लिखे आपके सवालों का इंतज़ार रहेगा धन्यवाद !