BharOS -A Safest Mobile Operating System
स्वागत है आपका आज के इस BharOS के भाग मे, दोस्तों भारत ने आत्मनिर्भरता की दिशा मे एक बहुत ही महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया है । जो अर्थव्यवस्था के साथ भारत को विदेशों मे एक अलग पहचान देगा । भारत लंबे समय से अपना एक ऑपरेटिंग सिस्टम डिवेलप बनाने में लगा था । जिसमे एक महत्वपूर्ण सफलता हाथ लगी है। आईआईटी मद्रास में इस हफ्ते एक देसी ऑपरेटिंग सिस्टम प्रस्तुत किया है। जो प्राइवेसी जैसे महत्वपूर्ण चीजों के साथ अन्य भागों पर फोकस करेगा।
What is BharOS?
इस ऑपरेटिंग सिस्टम का नाम BharOS है। इसका फुल फॉर्म है Bhar यानि भारत, OS यानि ऑपरेटिंग सिस्टम मतलब भारत का स्वदेशी ऑपरेटिंग सिस्टम।
जिसे हम भारत का ऑपरेटिंग सिस्टम कह सकते है । इसमें यूजर को ज्यादा प्राइवेसी मिलेगी यहां तक कि इस पर कोई डिफॉल्ट एप भी नहीं होगा। चलिए विस्तार से समझते हैं तथा इसकी अन्य विशेषताओ को जानते है।
देश को अगर सचमुच मे आत्मनिर्भर बनाना है तो विदेशी कॉम्पनियों जैसे चाइनीज अमेरिकन वस्तुओं से मुक्त कराना होगा । इसलिए हमें हमारी आत्मनिर्भरता पर बहुत काम करना होगा । इसी आत्मनिर्भरता के क्षेत्र में आईआईटी मद्रास में एक स्वदेशी ऑपरेटिंग सिस्टम का निर्माण किया है जो एंड्राइड और ios को टक्कर देने को तैयार है । ऑपरेटिंग सिस्टम हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर के बीच में एक कड़ी का काम करता है।
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आखिरकार BharOS क्यों जरूरी है?
दोस्तों हम जानते हैं कि फिलहाल सिर्फ दो ही प्रकार के ऑपरेटिंग सिस्टम है पूरे मार्केट में है एक तो गूगल का एंड्रॉयड और एप्पल का आईओएस जिसका अनुपात 70 .89 (एंड्रॉयड )तथा 28. 43 (Apple) परसेंट है । यही दोनों ऑपरेटिंग सिस्टम पूरे मार्केट को कवर किए हुए हैं जो एक अमेरिकन कंपनी है। इसीलिए भारत ने गूगल पर अपनी निर्भरता कम करने के लिए और आत्मनिर्भर की दिशा में एक कदम बढ़ाते हुए अपना खुद का स्वदेशी ऑपरेटिंग सिस्टम बनाया है जिसका नाम BharOS है।
यह IIT-Madras के द्वारा विकसित किया गया है यह ऑपरेटिंग सिस्टम एंड्राइड के open-source पर आधारित है। इसकी यह विशेषता है कि यह आपके प्राइवेसी और डाटा का बहुत ध्यान रखेगा जो हमें गूगल के os में देखने को नहीं मिलती। आए दिन डाटा लीक की खबरे आती रहती है ।
BharOS की क्या विशेषता है?
BharOS ऑपरेटिंग सिस्टम नो डिफॉल्ट एप्स के साथ आता है । यही चीज इसको गूगल के ऑपर्टिनग सिस्टम से अलग बनाता है। इस ऑपरेटिव सिस्टम मे एक प्राइवेट app स्टोर भी होगा । जिसको pass का नाम दिया गया है इस apps store मे उन तमाम apps की लिस्ट होगी जो सुरक्षित होगा । जिसमे आपके डाटा चोरी की संभावना काम होगी। यह पूर्णतः user पर निर्भर रहेगा की वह कौन सा apps लेना चाहता है या नहीं आपपे (user ) पर जबरदस्ती apps को ठोका नहीं जाएगा ।
इसका यूजर इन्टर फेस भी आसान होगा और यह गूगल के एंड्रॉयड जैसा ही होगा । जिससे यूजर को समझने मे और इसतमाल करने मे आसानी होगी । एस्की एक और खासियत यह होगी की यह ऑटोमैटिक update होगा इसे मैनुली अपडेट नहीं करना होगा।
कौन सा डिफॉल्ट सर्च इंजन मिलेगा ?
अब सवाल यह बनाता है की आखिर जब यह जब गूगल से संबंध नहीं रखेगा तो फिर इसका सर्च इंजन कौन होगा ?
दुनिया में कई प्रकार के Operating System है लेकिन मार्केट मे अभी दो प्रकार के ही Operating System चल रहे है। गूगल का Operating System और एप्पल का Operating System । जिसके कारण गूगल एक मोनोपॉली की तरह काम कर रहा है। जो खुद के अपने सारे apps को pre install करता है। और survice देता है।
इसी को काउंटर करने के लिए भारत ने अपना ऑपरेटिंग सिस्टम तैयार किया है जो IIT-madras के द्वारा बनाया गया है । BharOS एंड्रॉयड से मिलता जुलता है मगर आईओएस से अलग है। यह आपको duck duck go (डक डक गो )के ब्राउज़र के साथ कनेक्ट रखेगा । जिसमे आपके सारे confidental data को सुरक्षित रखेगा । इसमें आपको फ्री इंस्टॉल एप्स गूगल जैसे करता है वैसे नहीं मिलेगा आप अपनी सहूलियत के हिसाब ऐप डाउनलोड कर पाएंगे।
निष्कर्ष –
संक्षिप्त शब्दों मे कहा जाए तो यह एक safe और secure operting system है जो आपके स्मार्ट फोन को सुरक्षित रखेगा। यह एंड्रॉयड open source project पर बेस्ड होगा । इसे J & k operation pvt Ltd ने तैयार किया है।