Chitra varnan -Picture Writing in Hindi चित्र वर्णन कैसे करे उदाहरण से सीखे –
Chitra varnan की परिभाषा
Chitra varnan -दिए गए चित्र को देखकर उसका वर्णन करना, कोई घटना लेख, कहानी लिखना ही चित्र वर्णन कहलाता है। इसमें कल्पना शक्ति अपने चरम पर होती है। चित्रों के आधार पर कुछ लिखते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना अति आवश्यक है।
- चित्र में दी गई वस्तुएं व्यक्ति आदि को ध्यानपूर्वक देख ले।
- लिखते समय सामान्यतः उन सब का प्रयोग करें।
- लिखने के पूर्व कहानी का ताना-बाना में बन लेना चाहिए।
- चित्र का वर्णन सरल रोचक और संजीव भाषा में होना चाहिए।
कक्षा के अनुसार शब्द सीमा को घटाया बढ़ाया जा सकता है । Chitra varnan मे कक्षा 6 से अधिकतम 100 से 125 शब्द निर्धारित किए गए हैं। चित्र वर्णन Chitra varnan को एक अनुच्छेद में भी दिया जा सकता है।
Chitra varnan का प्रथम उदाहरण –
Chitra varnan– चित्र को देखकर प्रातः सभा के लिए भाषण तैयार कीजिए-
प्रदूषण क्या है? हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक वातावरण ! खेद के साथ कहना पड़ता है कि हम विज्ञान की सीढ़ी पर चढ़ तो गए हैं पर दुनिया को नर्क के द्वार पर खड़ा कर दिया है। आप जानते ही हैं कि प्रदूषित शहरों में दिल्ली का नाम सबसे पहले है वायु प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण, जल प्रदूषण और भूमि प्रदूषण के कुप्रभाव धीरे-धीरे अपना जाल फलते जा रहे हैं। सड़क पर दौड़ने वाली गाड़ियां हमें मंजिल तक नहीं मौत के मुंह में धकेल रही है। गाड़ियों के उगले जहर से अमीर गरीब कोई नहीं बच पाया।
प्रदूषण की चर्चा तो बड़े जोरों शोरों से होती है । पर सब तरष्ट और लाचार भी जान पड़ते हैं। लाचार होने से कोई काम नहीं हो सकता । हमें आगे बढ़कर इस समस्या का मुकाबला करना होगा। सिर्फ कहने या सोचने से नहीं कुछ करना होगा। हम सब अपने अपने स्तर पर कुछ कर दिखाएं तभी बात बनेगी। तो मित्रों प्रण करें कि हम अपने स्टीरियो की आवाज अपने तक ही रखेंगे। अपने घर के साथ-साथ सार्वजनिक संपत्ति को भी अपना समझकर उसकी देखभाल करेंगे आसपास का वातावरण साफ रखेंगे। यहां वहां कूड़ा नहीं फेंकेंगे। यदि हमे इस दैत्य से बचना चाहते हैं तो प्रदूषण रहित समाज के लिए पूर्ण सहयोग दें। धन्यवाद
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Chitra varnan का दूसरा उदाहरण –
Chitra varnan -चित्र देखकर छोटी सी कहानी लिखने में भी आनंद आता है । यह सरल और सूक्ष्म भाव की अभिव्यक्ति का अच्छा साधन है। नीचे दिए गए चित्र के आधार पर एक छोटी सी कहानी लिखिए-
सुंदरी देवी का भागलपुर गांव में बहुत आदर सम्मान ह। गांव के मुखिया हाथ जोड़कर सुंदरी देवी का अभिवादन करते हैं। वे ठाठ पाठ से पक्के मकान में रहते हैं पर सुंदरी देवी के सम्मान में खड़े होकर हाल-चाल पूछते हैं । हाल-चाल पूछते समय समय का फेर है। सुंदरी देवी गांव की स्वास्थ्य सेविका है। वह मुखिया की पत्नी को मौत के मुंह से निकाल कर लाई थी । इस एहसान को भला मुखिया जी कैसे भूलते । अब वह सुंदरी देवी को बहुत मानते हैं। कई साल पहले जब सुंदरी देवी छोटी सी लड़की थी । तब इसी मुखिया ने कहा था । जा भाग जा सुंदरी मेरे घर पर कदम रखने की हिम्मत ना करना।
तब सुंदरी देवी एक गरीब लड़की थी । तब वह जानते नहीं थे कि यह क्या कर दिखाएंगे। आज अंगूरी देवी स्वास्थ्य सेविका है। भागलपुर गांव के कितने ही लोग की उसने समय और समय मदद की है। सबको स्वस्थ रहने का उपाय सुझाती है। आज उसे कोई नहीं कहता जा भाग जा । गांव के सभी छोटे बड़े उसका सम्मान करते हैं।